दुल्हन व उसकी बहन की पिटाई मामले में जोनल आईजी के सख्त फरमान के बाद एसएसपी ने थानेदार को किया सस्पेंड कई पुलिसकर्मी लाईन हाजिर

आर के छोटन, मुजफ्फरपुर

रक्षक जब भक्षक बन जाये तो वहां तो वहां के आवाम की स्थिति का सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है.जी हां मैं बात कर रहा हूँ मुजफ्फरपुर जिला पुलिस बल के एक दरोगा की संदिग्ध कार्यशैली को लेकर देश -दुनिया मे सवाल खड़े होने लगे है.गयघाट थाना पुलिस के थानेदार ने गुंडई व दबंगई की वो सारी हदें पार कर दी जो कम से कम एक कानून के रखवाले को तो नही ही करना चाहिए था . पुलिस की हैवानियत ने जख्मों के ऐसे निशान महिलाओं के प्राइवेट पार्ट के आसपास तैयार किए हैं जिसकी सभी तस्वीरें आपको दिखा भी नहीं सकते . तस्वीरें देख आपके रूह कांप जायेंगे . दरिंदगी के बाद पुलिस अपने बचाव में सबों को जेल भेज कर चैन की बंशी बजाना चाहती थी . मगर कारा प्रशासन ने जब स्थिति देखकर कारा में प्रवेश देने से इनकार करते हुए ईलाज कराने को कहा समूचे घटनाक्रम की तस्वीरें व वीडियो फुटेज सोशल मीडिया में वायरल हो चुका था आसपास के लोगों में मामले को लेकर पनपता आक्रोश हंगामा की तरफ इशारा कर रहा था कुछ घण्टो के लिए स्थानीय लोगो ने यातायात परिचालन ठप कर गुस्से का इजहार किया इसी बीच मुजफ्फरपुर के जोनल आईजी सुनील कुमार ने मामले पर संज्ञान लेते हुए सख्त फरमान जारी किया तो मुजफ्फरपुर के वरीय पुलिस कप्तान ने मामले पर गम्भीरता दिखाते हुए पूर्वी इलाके के डीएसपी को जांच का आदेश दिया रविवार देर शाम जांच रिपोर्ट में गायघाट थाना पुलिस के अलावे बेनीबाद ओपी की पुलिस की बर्बरता सामने आते ही कई घंटे बाद गायघाट के थानेदार सहित कई पुलिसवालो को लाइन हाजिर कर दिया है .


मगर ऐसी बर्बरता में सिर्फ लाइन हाजिर की कार्रवाई से लोग मानने के मूड में नही है. कई समाजिक संगठनों ने घटना के विरोध में कैंडिल मार्च निकालने की बाते कही है.रविवार देर रात एसएसपी विवेक कुमार जख्मी महिला से मिलने सदर अस्पताल पहुंचे तथा गायघाट थानेदार के विरुद्ध की गई कार्रवाई की जानकारी देते हुए न्याय दिलाने का भरोसा दिलाया.विदित हो कि वर्दी की रौब में गायघाट के थानेदार इस कदर पागल थे कि वे शादी के मंडप में घुस गये. तब दुल्हा-दुल्हन शादी के फेरे लेने वाले थे . पुलिस की हरकत का जब विरोध मौजूद लोगों ने किया तो दरिंदगी पर उतर आई पुलिस टीम . आरोप है कि वहीं सबों की पिटाई शुरु हो गई . महिलाओं को भी नहीं बख्शा . दुल्हन को राइफल के कुंदे से कूट दिया .फिर सबों को घसीटते हुए थाने की जीप में लाया गया . थाना लाकर भी कूटाई की गई . पुलिस सबों को जेल भेजकर मामले को दफना देना चाहती थी . पुलिस का पक्ष है कि वह अपहरण कांड के एक आरोपित को पकड़ने गांव में गई थी . तभी महिलाओं ने पुलिस बल पर हमला बोल दिया . पुलिस को खदेड़ने लगी . बाद में पुलिस ने कार्रवाई की . पुलिस की दलील कई सवाल खुद खड़े कर देती है . यह माना नहीं जा सकता कि महिलाएं अकेले पुलिस को खदेड़ देगी . फिर यहभी कि वह शादी के मंडप पर क्यों गई,जहां दुल्हन थी . जर्नलिस्ट ओझा भी सवाल करतेहैं कि मंडप से दुल्हन को उठा मारने-पीटने का मतलब क्या है . महिलाओं के साथ हुई हैवानियत की इस खबर को लेकर विरोध जताने बहुत सारे लोग गायघाट थाना भी पहुंचे . इसका वीडियो भी सोशल मीडियापर अपलोड किया गया है . साफ दिख रहा है कि थानेदार के पास कोई जवाब नहीं है . वह तस्वीर भी वायरल है जिसमें पुलिस वाले महिला की पिटाई करते हुए दिख रहे हैं .

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