नाक की लड़ाई बना बवाना का चुनावी दंगल

नई दिल्ली। बवाना विधानसभा सीट पर उपचुनाव जल्द होने वाले हैं। दिल्ली के तीन प्रमुख दल आम आदमी पार्टी (आप), भाजपा व कांग्रेस उम्मीदवारों की घोषणा पहले ही कर चुके हैं। क्षेत्रीय स्तर पर राजनीतिक पार्टियों के नेताओं ने बवाना सीट जीत जीतने के लिए पूरा दमखम लगा दिया है। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल भी पिछले दिनों बवाना में दौरा कर अपने उम्मीदवार रामचंद्र के लिए वोट मांग चुके हैं।

दूसरी ओर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय माकन ने अपने उम्मीदवार सुरेंद्र कुमार को जिताने का प्लान तैयार कर रहे हैं। भाजपा नेतृत्व ने ‘आप’ छोड़कर आए निवर्तमान विधायक वेद प्रकाश पर ही जीत का भरोसा जताया है। उपचुनाव को लेकर राजनीतिक गलियारे में चर्चा तेज हैं। ‘आप’ को यह सीट बचाने, भाजपा को एक और विधायक जीतने व कांग्रेस को विधानसभा में खाता खोलने की जद्दोजहद करनी है। बता दें कि निगम चुनाव से पूर्व वेदप्रकाश ने ‘आप’ का साथ छोड़कर भाजपा का दामन थाम लिया था।

दलबदलुओं का बोल बाला: उपचुनाव में एक खास बात यह भी है कि तीन प्रमुख उम्मीदवारों में दो उम्मीदवार दलबदलू हैं। भाजपा प्रत्याशी वेद प्रकाश इससे पहले बवाना से ही ‘आप’ विधायक थे। ‘आप’ के प्रत्याशी रामचंद्र बसपा के नेता रह चुके हैं। कांग्रेस प्रत्याशी सुरेंद्र कुमार ने अपनी पार्टी नहीं बदली है।

केजरीवाल की सीधी नजर: एमसीडी चुनाव नतीजों ने ‘आप’ की उम्मीदों पर पानी फेर दिया। यही वजह है कि बवाना उपचुनाव में पार्टी के मुखिया और सीएम अरविंद केजरीवाल की सीधी नजर है। वे कई बार बवाना का दौरा कर चुके हैं। जनता के बीच जाकर कह रहे हैं कि वेद प्रकाश ने उन्हें और इलाके की जनता को धोखा दिया है। जुलाई के पहले हफ्ते में जब केजरीवाल बवाना गए, तो उन्हें वहां की टूटी सड़कों और पानी से भरे गढ्डों के बीच से होकर गुजरना पड़ा।

पैदल घूमने के दौरान सीएम को जनता ने बताया कि उनके इलाके का विकास नहीं हो रहा है। इस पर केजरीवाल ने कहा कि रामचंद्र के जीतने के बाद एक महीने में सड़कें बननी शुरू हो जाएंगी। मुख्यमंत्री ने बवाना के अखाड़ों का भी दौरा किया। यहां पहलवानों ने अपनी दिक्कतों को उनसे साझा किया। सीएम ने उन्हें भी आश्वासन दिया कि सारी समस्याएं ठीक हो जाएंगी।

दो दिन बवाना में गुजारेंगे अजय माकन: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता चतर सिंह ने बताया कि प्रदेश अध्यक्ष वीरवार सुबह 8 बजे से शुक्रवार तक बवाना में समय बिताएंगे। इस बीच वे एक-एक ऑब्जर्वर से मिलेंगे। कांग्रेस ने दिल्ली के बाहर और क्षेत्रीय सेक्टर इंचार्ज नियुक्त किए हैं। इनसे रिपोर्ट ली जाएगी। पार्टी की ओर से डोर-टू-डोर कैंपेन जारी है। सुरेंद्र कुमार क्षेत्र से 15 साल विधायक रहे हैं।

उनके द्वारा कराए गए विकास कार्य जनता को मालूम हैं। उन्होंने प्रत्येक गांव में सभी समाज की चौपाल बनवाईं। विधानसभा क्षेत्र में स्टेडियम और हॉस्पिटल का निर्माण सुरेंद्र के प्रयासों से ही हो सका। भाजपा ने उसी वेदप्रकाश को टिकट दिया, जो 3 सालों में काम नहीं करा पाया। ‘आप’ के उम्मीदवार के आगे परेशानी यह है कि जनता दिल्ली सरकार के रवैए से परेशान है। ऐसे में, कांग्रेस को कोई दिक्कत नहीं होने वाली है।

मनोज तिवारी जल्द करेंगे बड़ी बैठक: भाजपा के प्रदेश महासचिव राजेश भाटिया ने बताया कि प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी जल्द बवाना में बड़ी बैठक करने जा रहे हैं। इसके अलवा संगठन द्वारा क्षेत्र में प्रचार-प्रसार जारी है। हाल में विस्तारक योजना के तहत 15 दिनों तक डोर-टू-डोर कैंपेन के तहत बूथ पर जाकर जनता से संपर्क किया। लोगों को केंद्र सरकार की उपलब्धियां बताई जा रही हैं।

जनसंपर्क में क्षेत्रवासियों ने भाजपा के प्रति सकारात्मक रुख दिखाया है। पश्चिमी दिल्ली से सांसद प्रवेश वर्मा को वहां का इंचार्ज बनाया है। अनुसूचित मोर्चा और किसान मोर्चे के कार्यकर्ता भी प्रचार अभियान में लगे हैं। ढाई साल में केजरीवाल सरकार के कारनामों से जनता त्रस्त है। कोई वायदा अभी तक पूरा नहीं हुआ। हालांकि, उपचुनाव में स्थानीय मुद्दे प्रभावशाली होती हैं। वेद प्रकाश ने इस्तीफा देकर त्याग किया है। उन्हें दिल्ली सरकार काम नहीं करने दे रही थी।

क्षेत्रीय मुद्दे

  • सड़कों की हालत खराब है और औद्योगिक क्षेत्र होने के कारण उद्योग भी प्रभावित होता है
  • पेयजल आपूर्ति भी बहुत अ४छी नहीं है, इस कारण लोगों के बीच असंतोष रहता है
  • औद्योगिक क्षेत्र होने के नाते बिजली आपूर्ति बनी रहनी चाहिए, लेकिन कटौती होती है
  • स्वास्थ्य सेवाओं का भी यहां पर हाल अ४छा नहीं है, लोगों को काफी परेशानी होती है
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