मधुबन में बूढ़ी गंडक खतरे के निशान से ऊपर

जनमत की पुकार

मधुबन। मधुबन प्रखंड में बूढ़ी गंडक खतरे के निशान से उपर बह रही है। इस कारण प्रखंड के गांवों की सुरक्षा को बनाए गए तटबंधों पर पानी का दबाव बढ़ते जा रहा है। कब खतरे की घंटी बज जाएगी कहना मुश्किल है।

बाजीतपुर पंचायत के मुखिया मनोज जायवाल अपने टीम के साथ राहत पहुंचाते हुए।

अपने गांव की हिफाजत के लिए विभिन्न जगहों पर तटबंधों की मरम्मत में ग्रामीणों ने पूरी ताकत झोंक दी है। इस कार्य में जहां स्थानीय प्रशासन भी काफी सक्रिय दिख रहा है। वहीं एनडीआरएफ की टीम लगातार लगी है। ग्रामीणों का सबसे ज्यादा गुस्सा जल संसाधन विभाग पर है। इन सबके बीच दुलमा पंचायत के कसवा टोला, मनपुरवा बांध, खैरवा 25, डोमाघाट, जितौरा, गुलाब खां गांव में तटबंध को ग्रामीण स्तर पर ठीक करने का काम चल रहा है। भेलवा पंचायत के गुलाब खां गांव के निकट नदी में गांव की ओर से पानी निकासी के लिए लगाए गए पाइप से पानी का रिसाव शुरू हो गया है। गांव के लोगों में पानी को लेकर भय व्याप्त है। सैकडों की संख्या में ग्रामीण रिसाव को बंद करने में लगे हैं। मौके पर बीडीओ सह सीओ सुनील कुमारए थानाध्यक्ष संदीप कुमार, दारोगा सीबी पांडये, पूर्व मुखिया खनफ खां, गाजी हसन, भोला खांए तनवीर हुसैन आदि मुस्तैद हैं।

नए इलाकों में घुस रहा बाढ़ का पानी

मधुबन बूढ़ी गंडक के जलस्तर में हुई वृद्धि के बाद प्रखंड के नए इलाकों में पानी का प्रवेश होने लगा है। वहीं बाढ़ से पहले से प्रभावित इलाके में भी जलस्तर बढ़ा है। प्रखंड क्षेत्र के नए स्थानों पर गडहिया, खोदादपुर, हरिनारायणपुर, चौहनिया, मोजाहिदा, बेदिया, भदोही में लोगों के घरों में पानी प्रवेश कर गया है। वहीं कृष्णानगर, दुबंहा, हरदिया, कौडिया, दूल्हों, आदि गावों में फिर से पानी बढ़ने की सूचना है। हालांकि प्रशासनिक स्तर पर इन चीजों को ठीक करने की कोशिश की जा रही है।

बाजीतपुर पंचायत के मुखिया मनोज जायवाल अपने टीम के साथ राहत पहुंचाते हुए।

Share Button

Related posts

Leave a Comment