नई दिल्ली: इंडिया कार डीलर्स एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेएस न्योल 10 साल पुरानी डीजल व 15 साल पुरानी पेट्रोल की गाड़ियों को दिल्ली में प्रतिबंधित करने को सही नहीं मानते। उनका कहना है कि यह एकतरफा फैसला है। इस बारे में यह भी देखा जाना चाहिए कि पुरानी गाड़ियों के कारोबार से हजारों परिवारों की रोजी रोटी चल रही है। एनजीटी और सरकार को चाहिए कि अगर उसे दिल्ली में इन गाड़ियों पर प्रतिबंध लगाना ही है तो फिर इन गाड़ियों को दिल्ली से बाहर चलाने के लिए एनओसी दे दी जाए। इससे दिल्ली से पुरानी गाड़ियों भी बाहर चली जाएंगी और गांव देहात में जो लोग नई गाड़ी नहीं खरीद सकते हैं, लेकिन गाड़ी रखने की चाहत रखते हैं उन्हें भी गाड़ी मिल जाएंगी। इससे दिल्ली में पुरानी गाड़ियों के कारोबार में लगे परिवारों के समक्ष रोजी रोटी का संकट भी नहीं होगा।
न्योल का कहना है कि पहले ही जीएसटी के चलते पुरानी गाड़ियों पर 58 प्रतिशत तक टैक्स लग रहा है, जिससे हालात बहुत खराब हो गए हैं। ऐसे में अगर इन गाड़ियों को बाहर बेचने के लिए एनओसी नहीं दी गई तो हजारों परिवार सड़क पर आ जाएंगे।