जनमत की पुकार
नई दिल्ली। नॉर्थ दिल्ली के थाना गुलाबी बाग के पुलिस पोस्ट अंधा मुगल की एक समर्पित पुलिस टीम ने हत्या के प्रयास के मामले में शामिल तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
नॉर्थ डीसीपी मनोज कुमार मीणा के अनुसार, घटनास्थल के आसपास लगे कई सीसीटीवी कैमरों का विश्लेषण करके सभी आरोपियों की पहचान की गई और घटना के 24 घंटे के भीतर तीनों को गिरफ्तार कर लिया गया।
जन्मदिन की पार्टी के दौरान किसी पुराने मामले को लेकर झगड़ा हुआ, जिसमें आरोपी शक्ति द्वारा बदतमीजी की गई। आरोपी शिवा के बताए जाने पर अपराध में इस्तेमाल की गई एक पिस्तौल और दो जिंदा कारतूस बरामद किए गए। वही आरोपी रोहित उर्फ टोट्टा के बताए जाने पर अपराध में इस्तेमाल की गई एक तलवार बरामद की गई।
दिनांक 07, 8 जुलाई की दरमियानी रात को पीएस गुलाबी बाग में पीसीआर कॉल जीडी संख्या 000-II-ए दिनांक 08 जुलाई को मारपीट और फायरिंग की सूचना मिली। जांच के दौरान पता चला कि किशनगढ़, दिल्ली के निवासी 20 वर्षीय सचिन पुत्र दामोदर नाम का एक लड़का कथित रूप से रात लगभग 12 बजे किशनगंज के पास हुए हमले में घायल हो गया। उसे अस्पताल ले जाया गया और मेडिकल कानूनी परीक्षा (एमएलसी) कराई गई। घटनास्थल यानी चंद्र शेखर आजाद कॉलोनी, किशनगंज, दिल्ली के बुध बाजार चौक से सीसीटीवी फुटेज इकट्ठा करने और जांच करने के बाद पता चला कि करण की जन्मदिन की पार्टी में घायल शिकायतकर्ता सचिन और उसके दोस्त करण के घर जन्मदिन मना रहे थे। तभी अचानक 07 को रात लगभग 11:00 बजे करण के मामा कालू उर्फ सगर शक्ति के साथ पार्टी में पहुंचे। शक्ति द्वारा 4-5 महीने पहले की गई बदतमीजी को लेकर शक्ति, सचिन और करण के बीच कहासुनी शुरू हो गई, जिससे झगड़ा हो गया। इस बीच, शक्ति का भाई शिवा भी शक्ति के साथ शामिल हो गया और उसने शिकायतकर्ता सचिन को पकड़ लिया। शिवा के हाथ में एक पिस्तौल थी, उसने पिस्तौल की बट से सचिन के सिर पर वार किया, जिससे सचिन के सिर में चोट लग गई और उसने (शिवा) हवा में गोली भी चला दी।
इसके बाद, दिल्ली के थाना गुलाबी बाग में 08 जुलाई को प्राथमिकी दर्ज किया गया और जांच शुरू कर दी गई।
अपराध की प्रकृति और गंभीरता का आकलन करने और मामले को सुलझाने के लिए, इंस्पेक्टर बेंकटेश (इंस्पेक्टर जांच) के नेतृत्व में, इंस्पेक्टर सुनील कुमार (इंस्पेक्टर एल एंड ओ) के निकट पर्यवेक्षण में कार्यवाहक थानाध्यक्ष गुलाबी बाग और एसीपी उप-विभाग, सराय रोहिल्ला, दिल्ली के मार्गदर्शन में, सब इंस्पेक्टर संजय नैन के नेतृत्व में टीम का गठन किया गया।
घटनास्थल के आसपास लगे कई सीसीटीवी कैमरों का विश्लेषण कर सभी आरोपियों की पहचान की गई और घटना के 24 घंटे के भीतर तीनों को गिरफ्तार कर लिया गया।