एक स्वयंसेवक का राष्ट्रपति बनना

प्रवीण गुगनानी यूं तो भारत में राष्ट्रपति भवन का अपना एक सुसंस्कृत, विद्वतापूर्ण व गरिमामय इतिहास रहा है (कांग्रेस के तीन चयन — फखरुद्दीन अली अहमद, ज्ञानी जैलसिंह व प्रतिभा पाटिल के अपवाद छोड़ देवें), भारत के राष्ट्रपतियों व उपराष्ट्रपतियों की इस गौरवशाली परंपरा में अब एक स्वयंसेवक के राष्ट्रपति व उपराष्ट्रपति बनने की नई अनूठी कड़ी जुड़ने जा रही है। राष्ट्रपति चुनाव के परिणाम आनें के साथ ही दिल्ली की रायसीना पहाड़ी पर स्थित राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति के रूप में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के एक स्वयंसेवक रामनाथ…

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राज कुमार के 42 डायलॉगः जिन्हें सुनकर विरोधी बेइज्ज़ती से मर जाते थे!

शुरू में ज्यादा फिल्में नहीं देख पाए राज कुमार बंबई पुलिस में सब-इंस्पेक्टर हुआ करते थे. 42 साल के करियर (1952-1995) में उन्होंने रोल भी पुलिस वालों, आर्मी ऑफिसर्स और ठाकुरों के किए. फिल्मों में अपने विलेन्स और विरोधियों को ऐसी लाइनें फेंक कर मारते थे कि सामने वाला ज़लालत से पहले ही मर जाता था. बेहतरीन अदाकारी के इतर राज कुमार की विरासत उनके डायलॉग और बेजोड़ स्टाइल है. इस मामले में लाइन में सब उनके बाद ही खड़े होते हैं. वे 8 अक्टूबर 1926 को बलूचिस्तान में जन्मे…

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भारतीय जनसघं के संस्थापक, डॉ॰ मुखर्जी की मौत आज भी है एक रहस्य..

आज जनसंघ के संस्थापक डॉ॰ श्यामाप्रसाद मुखर्जी की पुण्यतिथि है। भारतीय जनता पार्टी के लिए डॉ॰ मुखर्जी पार्टी के जनक के रूप में हैं। भारतीय जनसघं के संस्थापक भारतीय जनसंघ, भारतीय जनता पार्टी का पुराना नाम है। इसकी शुरुआत श्यामा प्रसाद मुखर्जी द्वारा 21 अक्टूबर 1951 को दिल्ली में की गई थी। इस पार्टी का चुनाव चिह्न, लैंप था। इसने 1952 के संसदीय चुनाव में 2 सीटें हासिल की थी जिसमें डाक्टर मुखर्जी स्वयं भी शामिल थे। जनसंघ का 1977 में जनता पार्टी में विलय हो गया था। भारतीय जनता पार्टी का गठन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी द्वारा लागू आपातकाल (1975-1976) के बाद जनसंघ सहित भारत के प्रमुख राजनैतिक दलों का विलय कर के एक नए दल जनता पार्टी का…

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मुस्लिम राष्ट्रीय मंच और तीन तलाक

फरवरी-मार्च 2017 में हुए विधानसभा चुनावों के पहले मुस्लिम राष्ट्रीय मंच नाम की एक संस्था ने उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में तीन तलाक़ पर मुस्लिम महिलाओं से संपर्क का बड़ा कार्यक्रम चलाया था। ये अभियान सहारनपुर के अलावा पश्चिमी उत्तर प्रदेश के दूसरे शहरों और हरिद्वार में भी चलाया गया। ध्यातव्य है कि मुस्लिम राष्ट्रीय मंच, भारतीय जनता पार्टी के पैतृक संगठन, राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ से जुड़ा है जिसकी शुरुआत, संस्था की वेबसाइट के अनुसार, दिसंबर 24, 2002 को राष्ट्रवादी मुसलमानों और आरएसएस के कुछ कार्यकर्ताओं के साथ की थी।…

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गोबर, चारा, मिट्टी और दिमाग

 कभी कल्पना भी नहीं की थी कि गोबर इतना लाभदायक साबित होता है। बचपन में जब पढ़ते थे तो शिक्षक किसी छात्र पर नाराज होने पर उसे लताडते हुए कहते थे कि तुम्हारे दिमाग में गोबर भरा हुआ है। तब गोबर गणेश जैसे मुहावरे सुनने को मिलते थे। उस समय गोबर की उपयोगिता कंडे बनाने या खाद के रूप में उसका इस्तेमाल करने तक ही सीमित थी। बाद में टैक्नोलॉजी के विकास के साथ गोबर गैस बना कर उसका इस्तेमाल खाना पकाने के लिए किया जाने लगा। मगर अब तो…

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भाजपा के बेमिसाल 37 साल

चैरेवेती-चैरेवेती की मधुर मंत्रमुग्धता के साथ-साथ मां भारती को वैभव के परम् षिखर ले जाने की मनोरथ से 6 अप्रैल 1980 को भारतीय जनता पार्टी की स्थापना पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की अध्यक्षता में हुई। पार्टी अपने मूल दर्षन एकात्म मानववाद के प्रतिफलन राष्ट्रवाद और राष्ट्रीय एकात्मता, लोकतंत्र, सामाजिक-आर्थिक विषयों पर गांधीवादी दृष्टिकोण, जिससे शोषणमुक्त एवं समतायुक्त समाज की स्थापना हो सके। सकारात्मक पंथ-निरपेक्षता अर्थात् सर्वधर्मसमभाव और मूल्यों पर आधारित राजनीति के प्रति प्रतिबद्ध हैं। आर्थिक और राजनैतिक विकेन्दीकरण में पार्टी विष्वास करती हैं। जो आज भी सर्वस्पर्षी, हितैषी…

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असाधारण चुनाव के असाधारण नतीजे

आरके जायसवाल- हमारा अतीत हमारे वर्तमान पर हावी होकर हमारे भविष्य पर प्रश्न चिह्न लगा देता है, एक कटु सत्य। सबका साथ, सबका विकास क्या संभव हो पाएगा जब यूपी में होगा योगी का राज? यूपी चुनावों के चौंकाने वाले नतीजों से देश के कथित सेकुलर नेता और मीडिया उबर भी नहीं पायी थी कि मुख्यमंत्री के नाम की घोषणा से सभी राजनैतिक पंडितों को जोर का झटका उतने ही जोर से लगा। मुख्यमंत्री के रूप में योगी आदित्यनाथ के चयन को लेकर बीजेपी पर लगातार चौतरफे हमले हो रहे हैं।…

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गलती कांग्रेस की, ठीकरा राज्यपाल पर

सुरेश हिंदुस्थानी उत्तरप्रदेश सहित देश के पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनावों के बाद जो वातावरण बना है, उसमें पंजाब को छोडक़र कांग्रेस पार्टी को अपमान का स्थिति का सामना करना पड़ा है। अपमान इसलिए भी कहा जा सकता है कि गोवा और मणिपुर में कांग्रेस सबसे बड़े होने के बाद भी बहुमत का आंकड़ा जुटा पाने में असफल साबित हुई है। ऐसे में कहा जाने लगा है कि राजनेता वर्तमान में कांग्रेस से दूर भागने लगे हैं। सभी जानते हैं कि राज्य में सरकार बनाने के लिए संवैधानिक मर्यादाओं…

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राम मंदिर पर चुनावी राजनीति ठीक नहीं!

भारतीय जनता पार्टी अब न केवल देश की सबसे बड़ी पार्टी है, बल्कि केंद्र सहित देश के आधे राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में काबिज़ भी है, तो निश्चित रूप से उसकी जिम्मेदारियां भी पहले से अलग होनी ही चाहिए. इस सन्दर्भ में अगर किसी एक पार्टी पर आप जाति या धर्म के नाम पर राजनीति करने का इल्ज़ाम लगाएं तो यह गलत और अन्यायपूर्ण होगा, क्योंकि हमाम में सभी नंगे रहे हैं. भारतीय जनता पार्टी पर तो राम मंदिर को लेकर राजनीति करने के आरोप दशकों से लगते रहे हैं, पर…

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खिलाना तो कांग्रेसियों से सीखे!

आरके जायसवाल  राजधानी दिल्ली में सर्दी के मौसम में नए साल की शुरुआत के साथ हर साल कुछ चीजें तय हो जाती हैं। जैसे जबरदस्त ठंड पड़ेगी, घना कोहरा छाने के कारण हवाई उड़ानें व ट्रेनें रद्द होगी और तमाम पत्रकार दो जाट नेताओं के घर दोपहर की धूप सेंकते हुए बढिया खाने का मजा लेंगे। हर साल दिल्ली के पूर्व सांसद व कांग्रेसी नेता सज्जन कुमार व हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपिंदर सिंह हुड्डा मकर संक्रांति के आसपास अपने पत्रकार मित्रों को दोपहर के भोजन पर आमंत्रित करते हैं।…

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