नई दिल्ली। दिल्ली देहात को कूड़ा घर बनाया जा रहा है। हम ऐसा किसी भी कीमत पर नहीं होने देंगे। यह बात बवाना से पूर्व विधायक सुरेन्द्र कुमार ने कहीं। पूर्व विधायक गुरुवार को सन्नौठ लैंडफिल साइट का दौरा करने पहुंचे उत्तरी दिल्ली नगर निगम के पदाधिकारियों और अधिकारियों का विरोध कर रहे थे। उन्होंने कहा कि दिल्ली देहात के लोगों की किसी को कोई चिंता नहीं है। यही कारण है कि कचरा ग्रामीण इलाकों में लाकर पटका जा रहा है। यहां कचरे का ढेर लगाया जा रहा है। जिसकी गंदगी और बदबू से लोगों का जीना मुहाल हो गया है। हम ग्रामीणों के साथ किसी भी प्रकार से अन्याय नहीं होने देंगे। जल्द ही इलाके में कचरा लेकर आने वाले वाहनों को रोकने की कार्रवाई शुरू की जाएगी। इसके पहले निगम के पदाधिकारी और अधिकारी कुछ निर्णय ले ले तो अच्छा होगा। गुरुवार सुबह 11 बजे उत्तरी दिल्ली नगर निगम के महापौर संजीव नैय्यर, स्टैंडिंग कमेटी के अध्यक्ष प्रवेश वाही, पूर्व स्टैंडिग कमेटी के अध्यक्ष मोहन भारद्वाज, आयुक्त पीके गुप्ता, सहित निगम के अधिकारी सन्नौठ लैंडफिल साइट पर कूड़े से बिजली बनाने के प्लांट का जायजा लेने पहुंचे थे। इस दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने उनका विरोध किया। इस मौके पर बवाना पार्षद देवेन्द्र पौनी ने सुलतानपुर में लगभग 110 एकड़ जमीन पर प्रस्तावित लैंडफिल साइट की कार्रवाई तुरंत रोकने की मांग आयुक्त से की। उन्होंने कहां कि ग्रामीण क्षेत्रों में लैंडफिल साइट निर्माण नहीं रोकने पर उग्र आंदोलन किया जाएगा। इस दौरान कांग्रेस के पूर्व निगम पार्षद राजेन्द्र जून, ईश्वर सिंह सहित कांग्रेस के बड़ी संख्या में कार्यकर्ता मौजूद थे। जानकारी के अनुसार सन्नौठ बिजली संयंत्र में सैकड़ों टन कचरे की खपत होगी। जिससे निकलने कचरे का उपयोग खाद के रूप में उपयोग किया जाएगा।
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