नई दिल्ली। जहांगीरपुरी के दो बच्चों की मौत के लिए बाबू जगजीवन राम अस्पताल के डॉक्टरों को जिम्मेदार ठहराते हुए कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने अस्पताल परिसर के बाहर प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारी आरोप लगा रहे थे कि 19 जून को ज्योति और साहिल की मौत डॉक्टरों की लापरवाही से हुई है। प्रदर्शनकारियों में इस बात को लेकर भी रोष था कि अस्पतालों में उपचार के यंत्र और दवाइयां तक नहीं हैं, लेकिन केजरीवाल सरकार हर सुविधा मुहैया कराने का दावा कर रही है। प्रदर्शनकारियों का नेतृत्व पूर्व विधायक देवेंद्र यादव व पार्षद पूनम बागड़ी ने किया। प्रदर्शनकारियों के एक शिष्टमंडल ने अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक सुरेंद्र ¨सह को ज्ञापन भी दिया। बकौल देवेंद्र यादव चिकित्सा अधीक्षक से कोई संतोषजनक जवाब न मिलने पर पार्षद पूनम बागड़ी ने चिकित्सा अधीक्षक को चूड़ी भी भेंट कर दी।
इससे पहले प्रदर्शनकारी जहांगीरपुरी ब्लॉक कांग्रेस कमेटी के कार्यालय पर एकत्रित हुए, जहां से जुलूस की शक्ल में मासूम बच्चों को इंसाफ दिलाओ, केजरीवाल होश में आओ, अस्पताल में आइसीयू, ओटी चालू करवाओ, अस्पताल में दवाइयों का इंतजाम करो, खराब मशीनों को ठीक करो और लापरवाह डॉक्टरों को गिरफ्तार करो आदि नारे लगाते हुए अस्पताल के बाहर पहुंचे, जहां पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को रोक दिया। इस दौरान प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए देवेंद्र यादव ने कहा कि जहांगीपुरी में 19 जून को ज्योति व साहिल नाम के बच्चे, जिन्हें मामूली बुखार की शिकायत थी। उन्हें बाबू जगजीवन राम अस्पताल में टीका लगाया गया। इसके बाद ही उन्हें इंफेक्शन हो गया, परंतु अस्पताल में ओटी, वेंटिलेटर व आइसीयू जैसी सुविधा न होने के कारण दूसरे अस्पतालों के धक्के खाने और समय पर उपचार न होने के कारण एक ही दिन में दो बच्चों की मौत हो गई। देवेंद्र ने कहा कि बाबू जगजीवन राम अस्पताल केवल नाम का अस्पताल है, यहां पर सुविधा के नाम पर कुछ भी नहीं हैं। प्रदर्शनकारियों ने चेतावनी दी कि अगर उनकी मांगें नहीं मानी गई तो दिल्ली की सड़कों पर बड़े पैमाने पर कांग्रेस जन आंदोलन करेगी। प्रदर्शनकारियों में ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष नाजिम अली, संजय प्रधान, सुधीर पार्चा, धर्मवीर यादव व जीएल दिवाकर आदि स्थानीय नेता भी शामिल थे।