जन अदालत लगाकर सजा देने की दी धमकी
जमुई। राज्य में सत्ताशीन सुशासन सरकार में एक बार फिर नक्सलियों ने तमाम कानून व्यवस्था को धत्ता बताते हुए समाजिक कार्यकर्ता सहित राजनीतिक दल के कई नेताओं के लिए फरमान जारी किया है ऐसे लोगो को जनअदालत लगाकर सजा देने की चेतावनी भी दी गई है। समाजसेवी आईपी गुप्ता पर लड़कियों की देह व्यापार का आरोप लगाया गया है तो वही राजनीतिक दल के नेताओ पर दलाली का आरोप लगाया गया है
लाल सलाम का नारा बुलंद करनेवाले नक्सलियों ने इलाके में पोस्टर चिपकाकर एक सामाजिक कार्यकर्ता सहित कई राजनीतिक दल के नेताओ पर गम्भीर व सनसनीखेज आरोप लगाते हुए जनअदालत लगाकर सजा देने की धमकी दी है, धमकी के बाद भय व दहशत का माहौल कायम हो गया है।
मामले कि जानकारी होने के बाद हमारे जमुई जिला ब्यूरो मो. अंजुम आलम ने मामले की तफ्तीश कर खबर दी है कि बिहार प्रदेश के जमुई जिलान्तर्गत चकाई प्रखंड मुख्यालय के निकट दो जगहों पर नक्सलियों ने पोस्टर चिपका दिया है जिसके बाद इलाके में भय व दहशत का माहौल कायम हो गया।
जन अदालत लगा सज़ा देने की भी दी धमकी
समाज मे आमलोगों के बीच प्रसिद्ध समाजसेवी व सामाजिक कार्यकर्ता के नाम से मशहूर आई.पी. गुप्ता की मुसीबते नक्सलियों ने देर रात्रि इलाके के विभिन्न स्थानों पर पोस्टर चिपका कर बढ़ा दी है। नक्सलियों ने समाजसेवी आई. पी. गुप्ता पर गंभीर व सनसनीखेज आरोप लगाते हुए कहा है कि स्त्रियों का देह व्यापार करने वाले एवं पार्टी के नाम पर भोली—भाली जनता को धोखा देने वाले आई.पी. गुप्ता को जन—अदालत लगा कर सजा दिया जाए। इधर धमकी भरे चिपके पोस्टर से थोड़ा सहमे से दिखे आई.पी. गुप्ता।
बताते चले कि देर रात्रि चकाई प्रखंड मुख्यालय में नक्सलियों द्वारा समाजसेवी आई.पी. गुप्ता पर कई घिनौना इल्ज़ाम लगाते हुए धमकी भरे पोस्टर चिपकाए गए थे जिससे सोमवार की अहले सुबह चिपकाए हुए पोस्टर देखे जाने के बाद लोगों में दहशत का माहौल व्याप्त हो गया है। पोस्टर अंचल कार्यालय एवं आपूर्त्ति कार्यालय के दीवार पर चिपकाये गये थे। इस पोस्टर को देख कर समाजसेवी आई.पी. गुप्ता के प्रति लोगों के बीच कई सवाल खड़े हो गए हैं, कि क्या नक्सलियों द्वारा आई.पी. गुप्ता पर लगाये गए सवाल सही हैं या गलत अगर गलत है तो आखिर नक्सली ने ऐसा क्यों किया। या फिर अगर सही है तो इतना बड़ा गुनाह कैसे कर सकते हैं।लोग ऐसा संदेह जता रहे हैं।
कुछ ऐसे तथ्य लिखे हैं पोस्टर में, पोस्टर कुल पांच जगहों पर चिपकाए गए थे जिसमें पार्टी के नाम पर लुटने वाले गुण्डा गिरोह को चिन्हित कर जन अदालत में ‘कुत्ता बैसा डंडा की सजा दो’, ‘जनता के हक अधिकार से खिलवाड़ करने वालों सावधान’, ‘पार्टी के नाम से जनता को गुमराह करने वाले चोर दलाल होशियार’, ‘क्रांतिकारी जनता है तैयार’, ‘युवतियों की तस्करी करने वाले आई.पी. गुप्ता जैसे लोगों को कब्र दो तथा लड़कियों को देह व्यापार में झोकनें वाले आई पी गुप्ता को जनअदालत में सजा दो’ लिखा हुआ है। सभी पोस्टरों में निवेदक भाकपा (माओवादी) लिखा हुआ है। पोस्टर साटे जाने की सूचना मिलने पर चकाई पुलिस ने पोस्टर को फाड़ा।
वहीं इस संबंध में समाजसेवी आई.पी.गुप्ता ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि ये सब मेरे ऊपर लगाया गया आरोप बे बुनियाद है जिसका वास्तविकता से कोई संबंध नहीं है और आगे उन्होंने कहा कि नक्सली ऐसी घिनौनी हरकत नहीं कर सकती है ये किसी अपराधी का काम है। मुझे बदनाम करने की साजिश की जा रही है और अगर इस तरह की कोई बात है तो इसकी जांच की जाए।
फिलहाल लगाए गए आरोप संगीन है कुछ कह पाना मुश्किल है जांच का विषय बना हुआ है जांच के बाद ही मामले की सच्चाई का पता चल पाएगा।