नई दिल्ली। दो दिनों से हो रही भारी बारिश होने के कारण अस्पतालों में निमोनिया के मरीजों की संख्या बढऩे लगी है। बरसात के बाद सबसे ज्यादा छोटे बच्चों में निमोनिया का खतरा बढ़ गया है। मंगोलपुरी स्थित संजय गांधी अस्पताल में बढ़ते निमोनिया के मरीजों ने डेंगू के मरीजों को पीछे छोड़ दिया है।
यहां वार्डों की हालत ऐसी है कि एक बिस्तर पर लगभग तीन से चार निमोनिया से पीड़ित मरीजों को भर्ती किया जा रहा है। अस्पताल में मरीजों के लिए 300 बेड की सुविधा होने के बावजूद बच्चों को बिस्तर नहीं मिल पा रहा है। जिसके कारण ऐसे मरीजों के परिजनों को काफी परेशानी उठानी पड़ती है। वहीं डॉक्टरों ने लोगों को बिगड़ते मौसम में अधिक सावधानी बरतने की सलाह दी है।
डेंगू, मलेरिया, चिकनगुनिया, निमोनिया जैसी बीमारियां 6 माह से लेकर 10 साल तक के बच्चों पर ज्यादा हावी होती हैं। दो दिनों से हो रही भारी बारिश के कारण मौजूदा समय में पश्चिमी और बाहरी दिल्ली के लगभग सभी अस्पतालों में निमोनिया के सर्वाधिक मामले सामने आए हैं। मौजूदा समय बच्चों में तेज बुखार और दस्त की शिकायत होने के
बाद उन्हें अस्पतालों में भर्ती कराया गया है।