नई दिल्ली (जनमत की पुकार)। देश की सबसे पुरानी, सर्वाधिक जनाधार वाली एवं लोकप्रिय पार्टी—कांग्रेस से वर्ष 1993 से ही सक्रियता से जुड़े शकूरपुर वार्ड न. 64 के उत्साही, कर्मठ एवं लगनशील कार्यकर्ता रामपाल को हर दिल अजीज माना जाता है। सामान्यतः वे पिछले 27—28 वर्षो से कांग्रेस पार्टी के जरिए लोगों की सेवा—सहायता कर रहे हैं। उनकी योग्यता, क्षमता एवं चारित्रिक विशेषता को देखते हुए वर्ष 1993 में उन्हें बादली ब्लॉक कांग्रेस कमेटी का महासचिव बनाया गया। इसके बाद वे आदर्शनगर (बाहरी दिल्ली) जिले में कांग्रेस पार्टी के एससी/एसटी प्रकोष्ठ के चेयरमैन बनें। हर समाज, हर समुदाय और हर सम्प्रदाय में इनकी विशिष्ट पहचान एवं अच्छी पकड़ बनी हुई है क्योंकि ये सबके सुख—दुख में हमेशा साथ रहते हैं। इनकी लोकप्रियता एवं विश्वसनीयता चरम पर है। रामपाल कांग्रेस पार्टी के सभी कार्यक्रमों आयोजनों एवं चुनावों में सदैव आगे रहते हैं। उन्होंने रोशन लाल आहूजा, चौ. भरत सिंह, सज्जन कुमार, कपिल सिब्बल, एन राजा एवं अनिल भारद्वाज जैसे कांग्रेसी नेताओं के चुनावों में तन मन धन से काम किया और रात—दिन एक करके चुनावी रणनीति बनाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया। वेदाग छविवाले ईमानदार एवं जुझारू नेता के रूप में उनकी खास पहचान बनी हुई है। सोनिया गांधी, राहुल गांधी एवं अजय माकन के नेतृत्व में कांग्रेस पार्टी को पुनः दिल्ली में सत्ता में वापस लाने हेतु प्रयलशील रामपाल का कहना है कि भाजपा और आम आदमी पार्टी दोनो ही ढ़ोंगी और धोखेबाज है। निगम कर्मचारियों को वेतन भत्ता नहीं मिलने पर दोनों पाटियां राजनीति कर रही है।
रामपाल के अनुसार केजरीवाल सरकार का एक साल यू ही बीत गया। लोगों ने इससे काफी उम्मीदें लगा रखी थी मगर सारी आशा अब निराशा में बदल गई है। लोग लोग ठगा सा महसूस कर रहे हैं। भाजपा की केन्द्रीय सरकार भी इतनी ही निकम्मी हैं। केवल भाषणों एवं आश्वासनों से काम चलाया जा रहा है। मगर ठोस धरातल पर वास्तव में कोर्इंंं कार्य नहीं हो रहा है। आखिर कब तक लोग इन दोनों पार्टियों को बर्दाश्त करेंगे जिससे उनका मोह पहले ही भंग हो चुका है।