नई दिल्ली। जीवन में मृत्यु एक अटल सत्य है जो जीव दुनिया में आया है उसे एक दिन अवश्य जाना है लेकिन कुछ लोग संसार से चले जाने के बाद भी लोगों के दिलों में जीवित रहते हैं। ऐसे ही व्यक्तित्व के धनी थे शकूरपुर गांव के निवासी स्व. रामचन्द्र यादव नम्बरदार के पुत्र व प्रमुख समाजसेवी भीमसिंह नम्बरदार। 55 वर्षीय भीम सिंह नम्बरदार अब इस दुनिया में नहीं रहे। वे काफी दिनों से बीमार चल रहे थे। 12 जुलाई को रात्रि में उनका स्वर्गवास हो गया।
उनके निधन का समाचार सुनते ही उनके रिश्तेदारों व परिजनों सहित पूरे शकूरपुर गांव में शोक की लहर दौड़ गयी। गौरतलब है कि स्व. भीम सिंह नम्बरदार समाजिक व धार्मिक व्यक्ति थे। गरीब व असहाय लोगों की सहायता के लिए जाने वाले व्यक्ति के निधन के बाद उनके पार्थिव शरीर के अंतिम दर्शन के लिए उनके निवास पर लोगों की भीड़ जुटने लगी। सैंकड़ों लोगों ने एकजुट होकर उन्हें श्रदांजलि अर्पित की।
इस क्रम में उनके पुत्र रविराज यादव ने अखबार को बताया कि रविवार 23 जुलाई को दोपहर 2 से 3 बजे तक लारेंस रोड दादा देवता मंदिर में रस्मपगड़ी व श्रद्धांजलि सभा का आयोजन होगा, जिसमें हजारों लोग भाग लेकर दिवंगत आत्मा की शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना करेंगे।
स्व. भीम सिंह नम्बरदार के निधन पर उन्हें श्रद्धांजलि देने वाले उनके पारिवारिक जनों में मुख्य रूप से माताजी—धर्मकौर यादव, धर्मपत्नी—सुनिता यादव, भाई—श्रीयादव, रणवीर यादव, पुत्र—रविराज यादव, शक्ति सिंह यादव शामिल हैं।