पटना। बिहार में महागठबंधन की सरकार के तनाव को देखते हुए यह बड़ी खबर है। आज कैबिनेट की बैठक के बाद डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव सीधे सीएम नीतीश कुमार के कक्ष में मिलने गए। दोनों की इस मुलाकात के सियासी मायने निकाले जा रहे हैं।
जानकारी के अनुसार मंगलवार को बार कैबिनेट की बैठक में सीएम नीतीश तथा डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव लंबे समय बाद एक जगह दिखे। बैठक में तेजस्वी अपने मंत्री भाई तेजप्रताप के साथ उपस्थित रहे। उनके साथ राजद कोटे से मंत्री चंद्रशेखर, आलोक मेहता, विजय प्रकाश भी पहुंचे।
तेजस्वी यादव पर सीबीआइ की एफआइआर के बाद जदयू ने उनसे खुद को बेगुनाह साबित करने या पद छोड़ने का दबाव बनाया है। दूसरी ओर राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद तथा खुद तेजस्वी यादव ने इससे इन्कार कर दिया है। इस मामले में राजद व जदयू आमने-सामने होते दिखे हैं। इस मुद्दे पर राजनीति इतनी गरमा गई है कि महागठबंधन के भविष्य को लेकर भी सवाल किए जा रहे हैं।
इस पृष्ठभूमि में आज की कैबिनेट की बैठक अहम थी। हालांकि, बैठक रूटीन मुद्दाें को लेकर हुई, जिसमें तेजस्वी के मुद्दे पर चर्चा नहीं हुई, लेकिन सीएम नीतीश के साथ डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव का एक मंच पर आना गहरे राजनीतिक संकेत देता दिखा। इसे और बल तब मिला, जब बैठक के बाद खुद तेजस्वी व तेजप्रताप सीएम नीतीश कुमार के कक्ष में करीब 45 मिनट तक रहे।
मुख्य सचिवालय में हुई कैबिनेट की बैठक के बाद सीएम नीतीश जैसे ही अपने कार्यालय कक्ष में गए, डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव व स्वास्थ्य मंत्री तेजप्रताप यादव उनसे मिलने पहुंचे। दोनों के साथ कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष सह शिक्षा मंत्री डॉ अशोक चौधरी भी थे। सीबीआइ छापेमारी के बाद सीएम व डिप्टी सीएम की यह पहली मुलाकात थी।
बहरहाल, सीएम नीतीश से तेजस्वी व तेजप्रताप की इस मुलाकात को महागठबंधन के अंदर किसी नई राजनीतिक पहल के रूप में देखा जा रहा है।