दिल्ली ! नवरात्र के प्रथम दिन झंडेवाला मंदिर में मां भगवती के प्रथम स्वरूप मां श्ौलपुत्री की आराधना व पूजा—अर्चना पूर्ण विधि—विधान के साथ की गई। पर्वतराज हिमालय के घर पुत्री रूप में जन्म लेने के कारण इन्हें श्ौलपुत्री के नाम से अभिहित किया जाता है।
प्रातः 4 बजे मंदिर के पट खुलने के साथ ही मंदिर परिसर मां के जयकारों के साथ गंूज उठा। हजारों उपस्थित भक्तों ने मां झंडेवाली का जयघोष किया। मंदिर प्रबंधन ने आने वाले दर्शनार्थियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए व्यापक प्रबंध किये हैं, जिनमें मुख्यतः रानी झांसी मार्ग, राम कुमार मार्ग व फ्लैटिड फैक्ट्री कम्पलेक्स में भक्तों के वाहन खड़े करने की निःशुल्क व्यवस्था, छः स्थानों पर जूता स्टैंड, सुरक्षा व जल व्यवस्था प्रमुख हंै। मंदिर परिसर व आसपास के क्षेत्र की सज्जा भी आकर्षण का केन्द्र है। देशबंधु गुप्ता रोड पर फुट ओवरब्रिज भक्तों के लिये खोल दिया गया है और आशा है कि निकट भविष्य में रानी झांसी मार्ग व देशबंधु गुप्ता मार्ग पर लिफ्ट भी चालू हो जायेगी। झंडेवाला टेम्पल सोसायटी द्वारा चलाए जा रहे वेद विघालय, मंडोली से आए 11 विघार्थियों ने प्रातः सस्वर दुर्गासप्तशती एवं सायं वेद मंत्रों का पाठ कर वातावरण को पवित्र कर दिया। इन दिनों मंदिर परिसर में सुप्रसिद्ध भजन गायक एवं कीर्तन मंडलियां मां भगवती का गुणगान करती हैं। मां के भक्त तरुण सागर पार्टी द्वारा दोपहर 12 से 2.30 बजे एवं पंकज कश्यप एंड पार्टी ने दोपहर बाद 3.00 बजे से सायं 6.00 बजे तक मंदिर के सत्संग भवन में मां का गुणगान किया। आने वाले भक्तों की सुविधा के लिये मंदिर का चिकित्सा विभाग कार्यरत है, जहां दक्ष चिकित्सकों द्वारा निःशुल्क परीक्षण व दवा दी जा रही है। विभिन्न अस्पतालों के सहयोग से चिकित्सा शिविर लगाये जा रहे हंै। मंदिर के चिकित्सा शिविर में जनसेवा फाउंडेशन द्वारा नेत्र जांच शिविर का आयोजन किया गया, जिसका अनेक भक्तों ने लाभ उठाया। प्रतिपदा की तिथि में वृद्धि होने के कारण 14 अक्टूबर को दूसरे नवरात्र को भी मां के प्रथम स्वरूप मां श्ौलपुत्री की पूजा—अर्चना की गई।